tag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post7145382701932718699..comments2023-03-08T06:05:38.046-08:00Comments on Review - अवलोकन: हम नहीं सुधरेंगे - बीबीसी हिन्दी सेवाSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-63001759814139299332009-12-23T07:06:53.824-08:002009-12-23T07:06:53.824-08:00बिलकुल दिखलाता है। आपकी नज़र बहुत दूर तक देखती है। ...बिलकुल दिखलाता है। आपकी नज़र बहुत दूर तक देखती है। मगर ये कभी नहीं सुधरेंगे। धन्यवाद और शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttp://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-21598229841099955882009-12-23T07:09:17.341-08:002009-12-23T07:09:17.341-08:00धर्म और त्योहार के नाम पर इतनी बड़ी कुर्बानी.. कैस...धर्म और त्योहार के नाम पर इतनी बड़ी कुर्बानी.. कैसी .मानवीयता की पहचान है दुनिया वाले सोचते ही नही है..बढ़िया प्रसंग..धन्यवादविनोद कुमार पांडेयhttp://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-55810007288348049562009-12-23T08:04:28.856-08:002009-12-23T08:04:28.856-08:00वैसी ही गल्तियां आप कर रहे हैं, प्रथम पंक्ति में ...वैसी ही गल्तियां आप कर रहे हैं, प्रथम पंक्ति में शब्द 'इफरात' का मतलब हिन्दी पाठकों को बताईये, दूसरे बकरीद नाम का त्यौहार कोई नहीं होता, एकबार कलैण्डर या डायरी देख लें Id-ul-Azha मिलेगा, जाहिल उसे बकरा ईद कहते हैं, आपने बकरीद लिखा है विचार करें, जहाँ तक बात बी बी सी की है क्या कहूं बडा नाम है बडे लोग,<br> पता नहीं सलमा जैदी हिन्दी जानती भी हैं या नहीं, त्यौहार पर ऐसा अगर इस वेब ने किया था तो गलत था, <br><br>आप अपनी वर्तनी देखें मंदिर(मन्दिर), दावूद (दाऊद)Mohammed Umar Kairanvihttp://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-79205581269557918212009-12-23T08:28:11.051-08:002009-12-23T08:28:11.051-08:00प्रिय अनुराग,जिन गलतियों की ओर आपने ध्यान आकृष्ट क...प्रिय अनुराग,<br><br>जिन गलतियों की ओर आपने ध्यान आकृष्ट किया है वे अनायास नहीं हुई हैं.... यह एक योजनाबद्ध शैतानी है जो मुसलमान तो अक्सर करते ही रहते है..क्योंकि उनका चरित्र तो भारत में भी अपवाद छोड दें तो वही है, विदेशों में रहते हुए वे भारत को कमज़ोर करने और मुस्लिम दुनिया बनाने के सपने देखते रहते हैं...जब भी जहाँ भी वे सम्पादन में जुडे होंगे ऐसा होगा ही । पता कर लीजिए...कौन-कौन जुडा है बीबीसी हिन्दी टीम से । आपने ध्यान दिलाया साधुवाद ।DIVINEPREACHINGShttp://www.blogger.com/profile/03244839554643566764noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-1795108595794609942009-12-23T08:33:11.143-08:002009-12-23T08:33:11.143-08:00बीबीसी आज भी गुलाम ही सम्झ रहा है क्याबीबीसी आज भी गुलाम ही सम्झ रहा है क्याdhiru singh {धीरू सिंह}http://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-31919308585593515042009-12-23T09:23:39.070-08:002009-12-23T09:23:39.070-08:00आप सही कह रहे हैं यह बी बी सी का नहीं सलमा जैदी का...आप सही कह रहे हैं यह बी बी सी का नहीं सलमा जैदी का ही पूर्वाग्रह लगता है !Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-14771819359556330352009-12-23T09:28:22.969-08:002009-12-23T09:28:22.969-08:00पिछली बार मैंने शायद आपके ब्लॉग पर ही अतानु डे का ...पिछली बार मैंने शायद आपके ब्लॉग पर ही अतानु डे का जिक्र और मुंबई हमलावरों को 'गनमैन' कहने वाली बात लिखी थी.Abhishek Ojhahttp://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-14341903858265561492009-12-23T09:33:00.193-08:002009-12-23T09:33:00.193-08:00दर-असल हिन्दुओं के साथ यह बड़ा षणयंत्र है. जिसमें त...दर-असल हिन्दुओं के साथ यह बड़ा षणयंत्र है. जिसमें तथाकथित धर्मनिरपेक्ष भी शामिल हैं. जो लोग मन्दिरों में पशुबलि के विरुद्ध होते हैं (मैं भी इसके विरुद्ध हूं), वे बुद्धिजीवी बकरीद पर मुंह सिले बैठे रहते हैं. भारत के सभी चैनल और अखबार हेडली-हेडली भजते रहे लेकिन दाऊद गिलानी उसका असली नाम है यह सिरे से गोल कर गये. जो काम हजारों साल की गुलामी हम अनपढों से नहीं करा सकी, वह काम साठ साल के लोकतन्त्र ने पढे-लिखे हिन्दुओं के जरिये करा दिया.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttp://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-44630117947996530392009-12-23T09:52:15.168-08:002009-12-23T09:52:15.168-08:00बिल्कुल सही कहा आपने. आपने बहुत सुक्ष्म नजर से देख...बिल्कुल सही कहा आपने. आपने बहुत सुक्ष्म नजर से देखा है इस पूरे घटनाक्रम को. बहुत शुभकामनाएं.<br><br>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttp://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-49601386377213179502009-12-23T10:36:52.827-08:002009-12-23T10:36:52.827-08:00पशु बली संबंधी जिस समाचार का आपने जिक्र किया है......पशु बली संबंधी जिस समाचार का आपने जिक्र किया है...वही इनकी मंशा को स्पष्ट रूप से जाहिर कर रहा है...पं.डी.के.शर्मा"वत्स"http://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-87466598290240353902009-12-23T10:41:17.536-08:002009-12-23T10:41:17.536-08:00शानदार.. आपकी पारखी नज़र से बीबीसी वाले भी बच नहीं...शानदार.. आपकी पारखी नज़र से बीबीसी वाले भी बच नहीं पाए.. गंभीर मसले उठाए आपने..अबयज़ ख़ानhttp://www.blogger.com/profile/06351699314075950295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-27012398013862307412009-12-23T12:04:10.653-08:002009-12-23T12:04:10.653-08:00यह इंगलेड वाले आज भी हमे गुलाम समझते है, हमे क्या ...यह इंगलेड वाले आज भी हमे गुलाम समझते है, हमे क्या यह अपने आप ओर ओरो से ऊंचा समझते है, लेकिन अब यह धीरे धीरे घूटनो पर आ रहे है, ओर यह गलतिया जान बुझ कर होती है, बाकी बात आप ने लिख ही दीराज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-87070923230168448152009-12-23T17:01:34.717-08:002009-12-23T17:01:34.717-08:00नागरिकता को उलट-पुलट कर लिखना, कुछ तथ्यों को बिना-...नागरिकता को उलट-पुलट कर लिखना, कुछ तथ्यों को बिना-मतलब नजरंदाज करना और कुछ को ऐसे ही प्रकाश में लाना सोची-समझी बात ही तो लगती है । <br>कोई पूर्वाग्रह है, या कह लीजिये स्वभाव !हिमांशु । Himanshuhttp://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-62670461693473295612009-12-23T18:25:05.692-08:002009-12-23T18:25:05.692-08:00बहुत सही!!बहुत सही!!Udan Tashtarihttp://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-73501885680719525532009-12-24T02:34:51.640-08:002009-12-24T02:34:51.640-08:00ये गोरे अभी भी उसी मानसिकता में जीते हैं जो ६५ वर्...ये गोरे अभी भी उसी मानसिकता में जीते हैं जो ६५ वर्ष पहले थी ....... बदलाव है पर प्रक्रिया बहुत धीरे है बदलाव की .........दिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-27844846742942238472009-12-24T02:41:13.489-08:002009-12-24T02:41:13.489-08:00वैरी सैड! आप मानवाधिकारवादी, सेक्यूलर, धर्मनिरपेक्...वैरी सैड! आप मानवाधिकारवादी, सेक्यूलर, धर्मनिरपेक्ष नहीं हैं और आप "संकीर्ण कट्टर हिन्दूवादी" ताकतों का साथ दे रहे हैं! <br>आप हमारी तरह <b>जाहिल</b> हैं!ज्ञानदत्त पाण्डेय Gyandutt Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-71521813270429472502009-12-24T04:23:17.038-08:002009-12-24T04:23:17.038-08:00Sach kahaa.--------अंग्रेज़ी का तिलिस्म तोड़ने की मा...Sach kahaa.<br><br>--------<br><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">अंग्रेज़ी का तिलिस्म तोड़ने की माया।</a><br><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">पुरुषों के श्रेष्ठता के 'जींस' से कैसे निपटे नारी?</a>ज़ाकिर अली ‘रजनीश’http://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-38170525259639145332009-12-24T04:30:09.108-08:002009-12-24T04:30:09.108-08:00अनुराग जी,इस तरह की गलतियों को बी.बी.सी. administr...अनुराग जी,<br>इस तरह की गलतियों को बी.बी.सी. administration की नज़र में लाना आवश्यक है....आप या पूरी पोस्ट उन्हें क्यूँ नहीं भेज देते ...??'अदा'http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-14282221331349042162009-12-24T05:27:32.024-08:002009-12-24T05:27:32.024-08:00कमाल है ये तो? मन तुरत ये यकीन करना तो नहीं चाहता ...कमाल है ये तो? मन तुरत ये यकीन करना तो नहीं चाहता कि सलमा ज़ैदी ऐसी हरकतों में शामिल होंगी, मगर.....गौतम राजरिशीhttp://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-54207840383240500682009-12-24T06:04:43.694-08:002009-12-24T06:04:43.694-08:00हिन्ही के उद्भट विद्वानों को वेतन अच्छा मिलता होगा...हिन्ही के उद्भट विद्वानों को वेतन अच्छा मिलता होगा।<br>क्रिसमस की बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-40469096342494821092009-12-24T07:45:32.486-08:002009-12-24T07:45:32.486-08:00@ 'अदा' अनुराग जी,इस तरह की गलतियों को बी....<b>@ 'अदा' <br>अनुराग जी,<br>इस तरह की गलतियों को बी.बी.सी. administration की नज़र में लाना आवश्यक है....आप या पूरी पोस्ट उन्हें क्यूँ नहीं भेज देते ...??</b><br><br>अदा जी,<br>मुझे इस बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है, कृपया मार्गदर्शन करें ताकि गलतबयानी की इस परम्परा को रोककर बीबीसी हिन्दी को भी अन्य समाचार माध्यमों जैसा विश्वस्त बनाया जा सके.Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-21005999512325019742009-12-24T07:53:11.420-08:002009-12-24T07:53:11.420-08:00गौतम जी,आपकी कठिनाई को समझना मुश्किल नहीं है मगर स...गौतम जी,<br>आपकी कठिनाई को समझना मुश्किल नहीं है मगर सच को कैसे नकारेंगे हम? और सलमा ज़िदा अकेली नहीं हैं इस प्रचार तंत्र में. ज़रा <a href="http://azizburney.blogspot.com/2009/12/blog-post_22.html" rel="nofollow">उर्दू सहारा के प्रमुख अजीज बरनी</a> के बारे में भारतीय नागरिक - Indian Citizen का यह लेख पढ़िए: <a href="http://incitizen.blogspot.com/2009/12/blog-post_22.html" rel="nofollow">मुस्लिम ब्लॉगर का कसाब प्रेम</a>Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-33821932656366116882009-12-24T08:49:16.746-08:002009-12-24T08:49:16.746-08:00अदा जी से सहमत ..भेज दीजिए पोस्ट. और अब जब खाने के...अदा जी से सहमत ..भेज दीजिए पोस्ट. और अब जब खाने के लिए प्रयोगशाला में मांस उपलब्ध है ही, पशुबलि रोक देनी चाहिए चाहें किसी भी धर्म की बात हो (यह मेरा निजी मत है क्योंकि मैं इसी कारन शाकाहारी हूँ).L.Goswamihttp://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-4849313063861679972009-12-24T09:31:07.593-08:002009-12-24T09:31:07.593-08:00@ Mohammed Umar Kairanviइस ब्लॉग पर आपकी नज़र पडी, ...<b>@ Mohammed Umar Kairanvi</b><br>इस ब्लॉग पर आपकी नज़र पडी, हम धन्य हुए<br><br><b>वैसी ही गल्तियां आप कर रहे हैं</b><br>इंसान गलतियों का पुतला है मगर गलती और गलत बयानी में फर्क है. सलमा जैदी और अजीज़ बरनी किस्म के लोग अपने माध्यमों के सहारे गलती ही नहीं गलत बयानी भी कर रहे हैं.<br><br><b>बकरीद नाम का त्यौहार कोई नहीं होता, एकबार कलैण्डर या डायरी देख लें Id-ul-Azha मिलेगा, जाहिल उसे बकरा ईद कहते हैं</b><br>ऐसा लिखकर आप अपने मुंह भले ही अपने को विद्वान कह लें मगर हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के करोड़ों मुसलमानों को जाहिल का तमगा दे रहे हैं - आगे आपकी मर्जी!<br><br><b>आप अपनी वर्तनी देखें मंदिर(मन्दिर), दावूद (दाऊद)</b><br>जहाँ तक मंदिर की वर्तनी का सवाल है, आपका अतिवाद (extremist assertion) यहाँ भी गलत है क्योंकि मंदिर और मन्दिर दोनों ही सही हैं. दावूद की हिंदी वर्तनी वोइस ऑफ़ अमेरिका (VOI) से ली गयी है, लिंक यहाँ देखें: <a href="http://www.voanews.com/hindi/2009-12-08-voa12.cfm" rel="nofollow">http://www.voanews.com/hindi/2009-12-08-voa12.cfm</a>Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-10174476469435286172009-12-25T03:50:41.899-08:002009-12-25T03:50:41.899-08:00ये अपने आप को कुछ भी कहें और कुछ भी बताएं, हैं आखि...ये अपने आप को कुछ भी कहें और कुछ भी बताएं, हैं आखिरकार साम्राज्यवादी और नस्लवादी ही। ये मनुष्य को मनुष्य नहीं मानते। इनका संकुचित दृष्टिकोण ही इन्हें घिनौना बनाता है।विष्णु बैरागीhttp://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.com