tag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post331493145115124323..comments2023-03-08T06:05:38.046-08:00Comments on Review - अवलोकन: हिन्दी के रखवाले - यह बी बी सी वालेSmart Indianhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-82992860501664731412009-07-29T19:06:16.083-07:002009-07-29T19:06:16.083-07:00;-) खूब गलतियां पकडी आपने अनुराग भाई - क्या ऐसी ग...;-) <br>खूब गलतियां पकडी आपने अनुराग भाई - <br> क्या ऐसी गलतियां / अशुध्धियाँ ,<br>अन्य भाषाओं में भी रहती होंगीं ? <br>यूं तो बी बी सी विश्व की कई भाषा में <br>समाचार प्रसारित करता है ना ? <br>-- <br>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-53925317804014672552009-07-29T19:09:00.298-07:002009-07-29T19:09:00.298-07:00हिन्दी यूनीकोड में जब हिन्दी शब्दकोश समाहित होगा त...हिन्दी यूनीकोड में जब हिन्दी शब्दकोश समाहित होगा तभी एसी अशुद्धियां दूर होंगीKajal Kumarhttp://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-83900119150307550452009-07-29T19:27:01.650-07:002009-07-29T19:27:01.650-07:00आश्चर्य है बी बी सी ने हिन्दी के अधकचरे ज्ञानियों ...आश्चर्य है बी बी सी ने हिन्दी के अधकचरे ज्ञानियों की भीड़ जुटा ली है -यह साझा करने के लिए शुक्रिया !Arvind Mishrahttp://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-4777972805627011642009-07-29T19:48:05.096-07:002009-07-29T19:48:05.096-07:00वाकई एक पुरानी और अच्छी सेवा से इस तरह की तो उम्मी...वाकई एक पुरानी और अच्छी सेवा से इस तरह की तो उम्मीद नहीं है।Vivek Rastogihttp://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-21431385651228522842009-07-29T20:00:02.532-07:002009-07-29T20:00:02.532-07:00लगता है हम हिंदी वाले वर्तनी को लेकर उतने आग्रहशील...लगता है हम हिंदी वाले वर्तनी को लेकर उतने आग्रहशील नहीं है. <br>आपकी पीड़ा को साझा करने का मन करता है.sanjay vyashttp://www.blogger.com/profile/12907579198332052765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-52980012176543364532009-07-29T20:10:14.842-07:002009-07-29T20:10:14.842-07:00आपने एक बहुत ही जायज समस्या की तरफ़ ध्यान खींचा है...आपने एक बहुत ही जायज समस्या की तरफ़ ध्यान खींचा है. अब पता नही ये सब BBC किसी तयशुदा रणनिती के तहत कर रहा है या अन्य कोई तकनिकी या अन्य किस्म की मजबूरी के तहत ऐसा हो रहा है.<br><br>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttp://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-34871538212201913872009-07-29T20:39:28.635-07:002009-07-29T20:39:28.635-07:00बीबीसी हिंदी में एक पत्रिका भी निकालता है, बीबीसी ...बीबीसी हिंदी में एक पत्रिका भी निकालता है, बीबीसी इंडिया। कागज एकदम ग्लोसी और कीमती। छपाई-मुद्रण अव्वल दर्जे का। कीमत मुफ्त। पर उसमें भी भाषा की गरिमा की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। प्रूफ की गलतियां तो हैं ही, सामग्री को देखते ही पता भी चल जाता है कि वह अंग्रेजी से अनूदित है और वह भी बहुत ही खराब तरीके से अनूदित है।<br><br>एक समय बीबीसी की हिंदी को मानक माना जाता था। मैं स्वयं जब हिंदी सीख रहा था, नियमित रूप से बीबीसी हिंदी का पंद्रह मिनट का रेडियो कार्यक्रम बड़े गौर से सुना करता था। तब के बीबीसी के अधिकांश उद्घोषक पहले आकाशवाणी में काम कर चुके होते थे, इसलिए हिंदी पर उनकी मास्टरी थी। अब कई दिनों से रेडियो सुनना ही छूट गया है, इसलिए कह नहीं सकता कि बीबीसी रेडियो की हिंदी कैसी है। आजकल भारत में निजी क्षेत्र में शुरू हुए रेडियो चैनलों के जोकियों की हिंग्रेजी की तरह की यदि बीबीसी रेडियो की हिंदी है, तो वह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात होगी। उससे तो अच्छा यही रहेगा कि बीबीसी अपना हिंदी प्रसारण ही बंद कर दे।<br><br>पैसे की तंगी शायद बीबीसी को और यूके की कई संस्थाओं को क्वालटी के मामले में कन्नी काटने को मजबूर कर रही है।<br><br>अभी कुछ दिन पहले यहां खबर आई थी कि आक्सफोर्ड ने अपना संस्कृत स्कूल बंद कर दिया है, शायद आर्थिक कारणों से।<br><br>अच्छी हिंदी की उम्मीद हमें विदेशियों से न रखकर स्वयं अपने देश की पत्र-पत्रिकाओं, पुस्तकों, पाठ्यपुस्तकों, ब्लोगों आदि से रखनी चाहिए।<br><br>आखिर हम भी कहां उनकी भाषा अंग्रेजी की टांग तोड़ने में कोई कसर बाकी रखते हैं।बालसुब्रमण्यमhttp://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-71802822493649946702009-07-29T21:13:32.760-07:002009-07-29T21:13:32.760-07:00बी.बी.सी. एक ज़माने मैं शायद १९८० तक अच्छी और निष्...बी.बी.सी. एक ज़माने मैं शायद १९८० तक अच्छी और निष्पक्ष हुआ करती थी | बी.बी.सी.का एक तरफा विचार सुन-सुन कर इतना पाक गया की अब समय मिलने पर इसकी साईट भी नहीं खोलता हूँ | <br><br>आज के समय मैं सच्चा और निष्पक्ष समाचार ढूंढना टेढी खीर है |Rakesh Singh - राकेश सिंहhttp://www.blogger.com/profile/03770667837625095504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-69118624028374722902009-07-29T22:34:50.901-07:002009-07-29T22:34:50.901-07:00अब तो कमेन्ट देते हुये भी डर लगता है पता नहीं आप ह...अब तो कमेन्ट देते हुये भी डर लगता है पता नहीं आप हमारी कितनी गलतियाँ जग जाहिर कर देंगे ---- बहुत बडिया आलेख है आभारनिर्मला कपिलाhttp://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-86658380086043210702009-07-29T23:43:59.938-07:002009-07-29T23:43:59.938-07:00अनुराग शर्मा जी!बी बी सी है तो वर्तनी की गल्तियाँ ...अनुराग शर्मा जी!<br>बी बी सी है तो वर्तनी की गल्तियाँ तो होंगी ही।<br>प्रूफ रीडिंग के लिए मेरा नाम सुझा दो ना।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-80572878539254348152009-07-29T23:45:23.930-07:002009-07-29T23:45:23.930-07:00हिन्दी की दुर्गति पहले विज्ञापनों, सिनेमा में देखन...हिन्दी की दुर्गति पहले विज्ञापनों, सिनेमा में देखने को मिलती थी, अब हिन्दी के खबरिया चैनल भी इसी में लगे हुये हैं. काश यह एक हिन्दी के अच्छे जानकार को अपने यहां पे-रोल पर रख लें जिससे वर्तनी तथा व्याकरण सम्बन्धी अशुद्धियां न हों.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttp://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-44150262616562601852009-07-30T04:16:43.006-07:002009-07-30T04:16:43.006-07:00@शास्त्री जी,सुनने में आया है की बी बी सी हिंदी की...@शास्त्री जी,<br>सुनने में आया है की बी बी सी हिंदी की सलमा जैदी अक्सर यह ब्लॉग पढ़ती हैं - अगर यह सच है तो अब तक आप की टिप्पणी उन तक पहुँच चुकी होगी. अब आगे उनकी मर्जी.Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-81090774744477126272009-07-30T04:17:59.499-07:002009-07-30T04:17:59.499-07:00@निर्मला जी,हम व्यक्तिगत/शौकिया ब्लॉग लिखने वालों ...@निर्मला जी,<br>हम व्यक्तिगत/शौकिया ब्लॉग लिखने वालों और कर्मचारियों की एक फौज और मशीनों का एक तामझाम लेकर व्यावसायिक रूप से लिखने वालों में एक फर्क होता है. मसलन, व्यावसायिक साइट्स पर, पूर्ण-विराम कहाँ लगेगा इसका भी एक नियम होता है - अगर आप बी बी सी के मुखपृष्ठ (प्रथम चित्र) को देखेंगी तो पाएंगी कि उस एक पेज पर अलग-अलग जगहों पर पूर्ण विराम तीन अलग तरह से लगा हुआ है.Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-89381148200936557342009-07-30T05:32:39.995-07:002009-07-30T05:32:39.995-07:00सही चेताया है आपने.सही चेताया है आपने.डॉ. मनोज मिश्रhttp://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-47977745093925844232009-07-30T06:51:33.600-07:002009-07-30T06:51:33.600-07:00वाजिब सवाल है .किसी भी ऐसी न्यूज़ एजेंसी का जिसकी ...वाजिब सवाल है .किसी भी ऐसी न्यूज़ एजेंसी का जिसकी विश्व भर में साख है ...ज्यादा जिम्मेदारिया बनती है .वैसे भी शब्द ओर वर्तनी का हेर फेर किसी भी लेख का अनर्थ कर सकता हैडॉ .अनुरागhttp://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-4672716256802490062009-07-30T08:20:57.201-07:002009-07-30T08:20:57.201-07:00बीबीसी उन साइट्स में से हैं जहाँ अक्सर दिन में कई ...बीबीसी उन साइट्स में से हैं जहाँ अक्सर दिन में कई बार जाना होता है. पर अतानु डे के ब्लॉग पर और एक बार अकबर खान द्बारा टाईम्स ऑफ़ इंडिया में जब बीबीसी की निष्पक्षता पर सवाल पढ़े तब से वो बात नहीं रही ! बीबीसी तो अभी तक अजमल कसाब को आतंकवादी नहीं गनमैन और चरमपंथी कहती है. और एक छोटी सी भी घटना कहीं और हो तो होने के पहले ही आतंकवादी घटना हो जाती है. कई ऐसी बातें पढ़कर ... बीबीसी से लगाव ख़त्म सा हो गया है.Abhishek Ojhahttp://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-28890672365872593112009-07-30T09:19:08.786-07:002009-07-30T09:19:08.786-07:00अनुराग जीहिंदी की वर्तनी में अशुद्धि और व्याकरण की...अनुराग जी<br>हिंदी की वर्तनी में अशुद्धि और व्याकरण की बात तो है ही दुखी करने लायक लेकिन अगर आप भारत का नक्शा देखें और उसमें कश्मीर की हालत देखे तो आसमान से गिर पड़ेंगे. हाँ एक समय था जब बी बी सी की एक अच्छी छवि थी लेकिन अब ?????<br>ये भी देखिएगा और बताइयेगा :<br>BBC's map: Northern Kashmir is termed as "Pakistani Kashmir". This land is well-knowned as Pakistan Occupied Kashmir (POK). But BBC has called it as "Pakistani" ie. belonging to Pakistan. Legally complete Jammu and Kashmir State belongs to India. Also BBC is silent about China occupied Kashmir. <br>मैं २ मैप भी ईमेल कर रही हूँ , देखिएगा ..<br>आपका लेख बहुत ही सार्थक और ज्वलंत है...हमेशा की तरह...'अदा'http://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-39731611338411122452009-07-30T17:44:27.491-07:002009-07-30T17:44:27.491-07:00@लावण्या जी, नहीं , BBC को ऐसी विशेष बेरुखी केवल ह...@लावण्या जी, <br>नहीं , BBC को ऐसी विशेष बेरुखी केवल हिन्दी के साथ ही है.Smart Indian - स्मार्ट इंडियनhttp://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-41884566718938667172009-07-30T17:54:04.822-07:002009-07-30T17:54:04.822-07:00आपने खूब चेताया.... अच्छा किया... साधुवाद बंधु..आपने खूब चेताया.... अच्छा किया... साधुवाद बंधु..योगेन्द्र मौदगिलhttp://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-6371040492274132452009-07-31T10:24:01.986-07:002009-07-31T10:24:01.986-07:00अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड टिकाऊ और भरोसेमंद हो ऐसा हो...अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड टिकाऊ और भरोसेमंद हो ऐसा होना जरुरी तो नहीं तो फिर बी बी सी का भरोसा क्यों। अच्छे लेख के लिए धन्यवाद और शुभकामनाएं।TUMHARI KHOJ MEhttp://www.blogger.com/profile/05722344308055853833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8352726761158188990.post-13806209159199912412009-09-08T11:27:03.086-07:002009-09-08T11:27:03.086-07:00hey very goodhey very goodgoogle bit kithttp://hubpages.com/huhttp://hubpages.com/hub/google_bizkitb/google_bizkitnoreply@blogger.com